यह एक भारतीय कवि , लेखक एवं कृषि विशेषज्ञ है । उनका जन्म १९ अप्रैल २००० को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले मे स्थित गांव के एक साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता विनोद कुमार चौधरी एक किसान और माता संगीता कुमारी गृहणी है। वे दो भाई और दो बहन मे सबसे बड़े है। वे अपने प्रारंभिक शिक्षा अपने ही शहर के विद्यालय से किए एवं अपनी उच्च शिक्षा कृषि मे रूचि होने के कारण कृषि विज्ञान से स्नातक किए और स्नातकोत्तर की शिक्षा डा. भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा मे सस्यविज्ञान से किए।
उन्हे कविता लिखने की रूचि बचपन काल से ही था , अपने प्रारंभिक शिक्षा से ही विद्यालय मे अथवा काव्य गोष्ठी में अपनी रचना का प्रर्दशित करने का मौका का इन्तजार करते।
नाम : अमित कुमार
उपनाम : वंशी
जन्म : १९ अप्रैल २००० ( मुजफ्फरपुर, बिहार )
राष्ट्रीयता : भारतीय
धर्म : हिन्दू
पेशा : कवि,लेखक एवं कृषि विशेषज्ञ
कार्य और उपलब्धिया
अमित कुमार वंशी को बाल कवि के रूप मे जाना जाता है। उनके द्वारा लिखा गया काव्य संग्रह तेरे न होने की कमी' युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय रहा। उन्होंने कई सुंदर कविता और कहानियां लिखी हैं जिसमे अमित कुमार वंशी की कविताएं 'परदेशी , चिड़िया , जब वर्षा आई , पापा , सोच जगत में , नशा जीवन की , नन्हे बच्चे ' इत्यादि ...... है और अमित कुमार वंशी की कहानियां और किताबे 'एक मां की सिंदूर , जौरागी से बटवारा' जैसे किताबे है ।